लेकिन, आधुनिक हस्तरेखा शास्त्री अक्सर भविष्य करने वाली पारंपरिक तकनीक को मनोविज्ञान, संपूर्ण निदान, अनुमान के वैकल्पिक तरीकों से भी जोड़ते रहे हैं.हस्तरेखा शास्त्र में हाथ व्यक्ति की हथेली को “पढ़कर” उसके चरित्र या भविष्य के जीवन का मूल्यांकन किया जाता है.
22.
एक अच्छे हस्तरेखा शास्त्री को हाथों की प्रत्येक रेखा (हृदय रेखा, जीवन रेखा आदि), हर पर्वत, उभार का, रेखाओं का मिलान व कटाव एवं उंगलियों के आकार, उनकी मिलती जुलती बनावट तथा हथेली की त्वचा के रंग आदि का विश्लेषण करना चाहिए.
23.
एक हस्तरेखा शास्त्री को हस्तरेखा का अध्ययन करते समय व्यक्ति की शारीरिक बनावट, रूप, रंग, ऊंचाई द्वारा उसके सारे शरीर का विश्लेषण कर लेना चाहिए, किंतु यदि किसी कारणवश ऐसा नहीं हो सकता तो उस व्यक्ति के हथेली के आकार आदि का अध्ययन जरूर करना चाहिए।
24.
कई बार तो हम ट्रेन पे सौरभ को खोजने निकल जाया करते थे: D पता चलता था की हमारे सौरभ महाशय हस्तरेखा शास्त्री बने हुए हैं और किसी कम्पार्टमेंट में किसी लड़की का हाथ देख रहे हैं ;) ट्रेन के अनजान लोगों से भी हमारे सौरभ महाशय की अच्छी दोस्ती हो जाती थी.
25.
शेष तो सब नाटक है, जिसे हस्तरेखा शास्त्री हाथ की लकीरें पढ़ अथवा खगोलशास्त्री जन्म काल के आधार पर, और समुद्र-शास्त्री माथा पढ़, आदि आदि भिन्न गणना के आधार पर ' भविष्य ' का अनुमान लगा लेते थे (जो वास्तव में भूत ही जाना गया है), और यदि आज सही नहीं कर पा रहे हैं तो उसका कारण काल के साथ घटती कार्य-क्षमता का होना है...
26.
इस प्रकार, कह सकते हैं कि मौत तो हरेक की आनी है, कैसे और कब आएगी यह सदैव से रहस्य बना हुआ है,,, यद्यपि वर्तमान में हर क्षेत्र के विशेषज्ञं सभी अज्ञानी, अर्थात अपूर्ण ज्ञानी हैं, फिर भी मानव जीवन का पूर्वानुमान हेतु अनादिकाल से कुछ व्यक्ति, परम्परानुसार, लगे हुए हैं जिन्हें ज्योतिषी, हस्तरेखा शास्त्री, समुद्र शास्त्र के ज्ञानी, ' तैरत कार्ड रीडर ', आदि आदि कहा जाता है...
27.
खगोलशास्त्री और हस्तरेखा शास्त्री की दृष्टि से देखें तो मानव शरीर नवग्रह अर्थात नौ ग्रहों के सार से बना है (सूर्य से शनि तक, जिसमें से शनि का सार हमारे नर्वस सिस्टम बनाने में लगा है और जो शक्ति अर्थात ऊर्जा को ऊपर अथवा नीचे दोनों दिशाओं का राजा है, और अन्य आठ ग्रहों का सार शरीर के अन्य अंगों में, जैसे हड्डियों का ढाँचे अर्थात नर-कंकाल, मांस-मज्जा, रक्त, आदि द्वारा ८ दिशाओं के आठ दिग्गजों अर्थात हर दिशा का एक एक राजा)...