सभी क्रेटन्स पर पाये जाने वाले हिमनदीय भण्डार दर्शाते हैं कि 2. 3 Ga के आस-पास, पृथ्वी पर पहला हिम-युग आया (मेक्गैन्यीन हिम-युग).
22.
उद्योग-यह उद्योग तीसरे हिमनदीय कल्प में स्थापित हुआ और इसमें औजार पूरे पत्थरों से नहीं, वरन् उनसे चिप्पड़ उतारकर बनाए जाने लगे।
23.
पृथ्वी पर इस समय हिमनदीय युग चल रहा है और आने वाले 1500 सालों में हिम युग के आने की संभावना है।
24.
चतुर्थ कल्प में भारत में पाए जानेवाले निक्षेपों में कश्मीर के हिमनदीय निक्षेप, जो वहाँ करेवा के नाम से विख्यात हैं, मुख्य हैं।
25.
दलदल की ये परतें वस्तुत: हिमनदीय युग से सम्बन्धित हैं, और बाद के वर्षों में ये मुझे आर्कटिक के टूटे हुए शंखों में भी मिले।
26.
इसीप्रकार गर्ब्यांग में मिले साक्ष्यों से पता चला कि ट्रांस हिमाद्री भ्रंश ने अनेक बार हिमनदीय क्षेत्र को प्रभावित किया-जिससे हिमनदीय घाटियों के निकट गहरी खायी जैसी घाटियाँ बनी.
27.
इसीप्रकार गर्ब्यांग में मिले साक्ष्यों से पता चला कि ट्रांस हिमाद्री भ्रंश ने अनेक बार हिमनदीय क्षेत्र को प्रभावित किया-जिससे हिमनदीय घाटियों के निकट गहरी खायी जैसी घाटियाँ बनी.
28.
अत: उनके आगमन का समय चतुर्थ कल्प की हिमनदीय अवधि ही हो सकती है, जब राजस्थान की जलवायु शीतोष्ण थी ओर इस प्रदेश का कुछ भाग कहीं कहीं बरफ से ढका हुआ था।
29.
लेकिन अगर ग्लोब वार्मिंग इसी तरह बढ़ती रही तो हिम युग के आने में न केवल देर हो सकती है बल्कि हिमनदीय युग भी अपने भयंकर रूप में आ सकता है जिससे पृथ्वी पर जल प्लावन हो सकता है।
30.
इनके शोध को गंगोत्री एवं गर्ब्यांग की हिमनदीय घाटियों से लिए गये नमूनों की रेडियोधर्मी तरीकों से निकाली गयी आयु ने इंगित किया कि गंगोत्री हिमनद क्षेत्र में घाटी में हिमनद का बढना ६ ४ ००० वर्ष पूर्व तक जारी था.