मलेरिया बुखार पर ही “ सिनकोना ” नामक दवा के प्रयोग के बाद उन्होंने होमियोपैथी चिकित्सा विज्ञान का श्रृजन किया।
22.
भारत में होमियोपैथी चिकित्सा का आरंभ 19 वीं शताब्दी के दूसरे-तीसरे दशक से (बंगाल से) हो गया था।
23.
ऐसी बीमारियों का बिना सजिर्कल किये हुए यदि होमियोपैथी चिकित्सा करायी जाये, तो रोगी इन समस्याओं से निजात पा सकता है.
24.
हालांकि हाल में होमियोपैथी चिकित्सा को लेकर बवाल मचा है, लेकिन अभी भी ज्यादातर लोगों की इच्छा इसी चिकित्सा पध्दति से इलाज कराने की होती है।
25.
होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति का जनक जर्मन फिजिशियन फ्रेडरिक सैमुएल हैनिमैन (10 अप्रैल, 1755 ई.-2 जुलाई, 1843 ई.) को माना जाता है।
26.
मिहिजाम-!-लोगों में होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति के प्रति विश्वास और जानकारी बढ़ाने के उद्देश्य से अब प्रत्येक रविवार नि:शुल्क होमियोपैथी कैंप ((प्रिफरेबल ओपीडी)) लगाया जा रहा है।
27.
मेला स्थल पर विशाल पण्डाल में आयुर्वेद, युनानी एवं होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति की स्टालों में चिकित्सक अपने से संबंधित चिकित्सा प्रणाली की लोगों को जानकारी दे रहे है।
28.
जैसा की हमने पहले भी कहा है की होमियोपैथी चिकित्सा रोग के आधार पर न होकर रोगी के मन और तन के लक्षण का अध्ययन करके किया जाता है।
29.
आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक डा. महेश चन्द्र जोशी ने कहस कि मेला आयोजित करने के पिछे विभाग का उद्ेश्य है कि आयुर्वेद,यूनानी और होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति को जन जन तक पहुंचाया जाये।
30.
कहने लगे अपने यहाँ धन्वंतरी (आयुर्वेद की मासिक पत्रिका) आती है उस के दो चिकित्सा विशेषांक बारां पड़े हैं, उन में होमियोपैथी चिकित्सा का वर्णन है, उन्हें यहाँ ले आना।