जीव संरक्षण विज्ञानी ग्रह के सभी कोनों से प्रमाणों पर काम कर रहे हैं और प्रकाशित कर रहे हैं कि मानवता छठी और सबसे बड़ी ग्रह विलोपन घटना में जी रही है. [15][16][17] यह सुझाव दिया गया है कि हम अभूतपूर्व संख्या में प्रजातियों के विलोपन के युग में जी रहे हैं, होलोसीन विलोपन घटना के नाम से भी जाना जाता है.
22.
अभी तो 10-12 हजार साल पहले ही धरती एक हिमयुग से मुक्त हुई और मानव ने खुद का विस्तार शुरू किया था और इतने शीघ्र सब कुछ इतना बदल गया? कहने को तो यह धरती युग ' होलोसीन इपोक ' कहलाता है, मगर वैज्ञानिकों ने इस युग का नया नाम ढूंढ लिया है-अन्थ्रोपोसीन, मतलब मनुष्य का युग।
23.
डिएगो गार्सिया जल से ऊपर उठा हुआ कोरल एटोल का फैलाव है जो होलोसीन काल के 36 मीटर (120 फीट) की गहराई वाले प्रवाल मलबे और रेत से बना है, उसके ऊपर प्लीस्टोसीन काल का चूना पत्थर फैला हुआ है जो एक समुद्री पहाड़ की सतह पर जमा होता रहा, यह पहाड़ हिंद महासागर के तल से लगभग 1800 मीटर (6000 फीट) ऊंचा है.
24.
डिएगो गार्सिया जल से ऊपर उठा हुआ कोरल एटोल का फैलाव है जो होलोसीन काल के 36 मीटर (120 फीट) की गहराई वाले प्रवाल मलबे और रेत से बना है, उसके ऊपर प्लीस्टोसीन काल का चूना पत्थर फैला हुआ है जो एक समुद्री पहाड़ की सतह पर जमा होता रहा, यह पहाड़ हिंद महासागर के तल से लगभग 1800 मीटर (6000 फीट) ऊंचा है.