ACCORDING TO STUDY OF UNIVERSITY OF WASHINGTON IN 1999 TO 2000 SMALL ASTMOSPHERE,PATIENT LIVE IN AIR POLLUTION AREA HAVE MORE CHANCE OF LUNG VIRUSES IS MORE.SPECIAL POLLUTANT ARUGINOSA OR B CIPESIYA AND ALONG WITH HIS SOCIAL AND ECONOMICAL STATUS HIS MASS STUDY BEFORE HIS EXAMINING THE PATIENT.PARTICIPATING COMPETITOR JOINT STATE AMERICA IN PLACE ONE ENVIRONMENTAL PROTECTION AGENCY THEY ARE IN TOUCH WITH THEM.DURING IN THAT STUDY 117 DEATH RELATED TO THE AIR POLLUTION.ONE BENEFIT SHOW THAT IN MAJOR CITIES RESIDING PATIENT GETTING MEDITATION EASLY AVAILABLE,THEY SUFFER MORE EVEN AVAILBLE MORE MEDITATION IN THE CITY.SYSTIC FIBROSIS PATIENT THOSE WHO PREVIOUSLY HAVING ON LUNG DISEASE,IN AUTOMOBILE,SMOKING TOBACCO AND INTERNAL WARMTH REDUCE PROPERLY THEN CAUSE EFFECT THE FUNCTION OF LUNG. वाशिंगटन विश्वविद्यालय द्वारा १९९९ से २००० के बीच किए एक अध्ययन के अनुसार (University of Washington)सूक्ष्म वातावरण वायु प्रदुषण में रहने वाले मरीजों को फेफडो के संक्रमण का जोखिम अधिक है. विशिष्ट प्रदूषक एरुगिनोसा या बी सिपेसिया और इसके साथ इसकी सामाजिक आर्थिक स्थिति के लिए इनकी मात्रा के अध्ययन के पूर्व रोगियों की जाँच की गई थी. भाग लेने वाले प्रतिभागी संयुक्त राज्य अमेरिका के होकर एक पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी के निकट संपर्क में थे (Environmental Protection Agency). अध्ययन के दौरान ११७ मौतें वायु प्रदूषण से संबंधित थी. एक प्रवृत्ति यह देखी गई कि बड़े महानगरों में रहने वाले रोगी जिन्हें चिकित्सा सहायता आसानी से उपलब्ध है भी बड़े शहरों में होने वाले अत्यधिक उत्सर्जन के कारन प्रदूषकों के उच्च स्तर से पीड़ित थे. सिस्टिक फिब्रोसिस के मरीजों में जो पहले से ही फेफडो के संक्रमण से पीड़ित हैं में मोटर गाड़ी तम्बाखू के धुम्रपान और भीतरी ऊष्मा उपकरणों के अनुचित इस्तेमाल से होने वाले उत्सर्जन से फेफडो के कार्यों में कमीं आ सकती है.