बाह्यएंजाइम अवक्रमण की दर पर बड़ा आण्विक प्रभाव डाल सकते हैं जबकि आंतरिकएंजाइमों से अपेक्षाकृत कम अणुभार का प्रभाव होता है.
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बाह्यएंजाइम अवक्रमण की दर पर बड़ा आण्विक प्रभाव डाल सकते हैं जबकि आंतरिकएंजाइमों से अपेक्षाकृत कम अणुभार का प्रभाव होता है.
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लेकिन, प्रकाशअवक्रमण या रसायनिक अवक्रमण अणुभार को इस हद तक कम कर सकता है कि सूक्ष्मजीवाणुओं का आक्रमण संभव हो जाय.
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लेकिन, प्रकाशअवक्रमण या रसायनिक अवक्रमण अणुभार को इस हद तक कम कर सकता है कि सूक्ष्मजीवाणुओं का आक्रमण संभव हो जाय.
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न्यूक्लीइक अम्ल-(१) अधिक अणुभार रखने वाला यौगिक जिसमें पेन्टोस (राइबोस या डि क्सीराइबोस), फॉस्फोरिक अम्ल एवं नाइट्रोजन क्षारक (प्यूरिन एवंपिरिमिडीन) होते हैं.
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इस विधि से उन कई धातुओं का अणुभार निकाला गया है, जो तनुघात्विक विलयन में अलग परमाणु के रूप में रहती है।
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इस विधि से उन कई धातुओं का अणुभार निकाला गया है, जो तनुघात्विक विलयन में अलग परमाणु के रूप में रहती है।
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अमाइलोज स्फटिकीय होता है और उसका औसत अणुभार 500, 000 तक हो सकता है, लेकिन वह उबलते हुए पानी में घुलनशील होता है.
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अमाइलोज स्फटिकीय होता है और उसका औसत अणुभार 500, 000 तक हो सकता है, लेकिन वह उबलते हुए पानी में घुलनशील होता है.
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प्रत्येक उपइकाई का अणु भार करीब 17000 डाल्टन होता है, और टेट्रामर का कुल अणुभार करीब 68000 डाल्टन (64,458 ग्रा/मॉल) होता है.