कुछ पतली झिल्ली (लेयर) के रूप में ही अतिचालकता दिखाते हैं (जैसे टंगस्टन, बेरिलिअम, क्रोमिअम आदि)।
32.
उन्हें 1972 में अतिचालकता का बी॰सी॰एस॰ सिद्धांत बनाने के लिये फिरसे इस पुरस्कार से नवाज़ा गया।
33.
कुछ अन्य तत्व बहुत अधिक दाब पर अतिचालकता की अवस्था में जाते हैं (जैसे-आक्सीजन, फॉस्फोरस, गंधक, जर्मेनियम, लोहा, आदि)।
34.
शून्य प्रतिरोधकता के अलावा अतिचालकता की दशा में पदार्थ के भीतर चुम्बकीय क्षेत्र भी शून्य हो जाता है जिसे मेसनर प्रभाव (
35.
तत्व-कुछ तत्व (जैसे पारा, कैडमिअम, सीसा (लेड), जस्ता, टिन, अलुमुनियम, इरिअम, प्लेटिनम) आदि कम ताप पर अतिचालकता प्रदर्शित करते हैं।
36.
इसका संक्षिप्त नाम वी. सी. एस. सिद्धांत है. इसके अनुसार अतिचालकता चालक इलेक्ट्रॉनों के युग्मन से उत्पन्न होती है.
37.
मैग्लेव ट्रेन नैशनल हाई मैग्नेटिक फील्ड लैबोरेटरी से प्राप्त ऑडियो स्लाइड शो में चुम्बकीय उत्तोलन, मेसनर प्रभाव, चुम्बकीय प्रवाह फंसाव एवं अतिचालकता पर चर्चा की गई है
38.
इन्होने बताया कि जिस ताप के नीचे यह स्तिथि प्राप्त होती है उस ताप को संक्रमण ताप कहते हैं और चालकता की इस दशा को अतिचालकता कहते हैं.
39.
शून्य प्रतिरोधकता के अलावा अतिचालकता की दशा में पदार्थ के भीतर चुम्बकीय क्षेत्र भी शून्य हो जाता है जिसे मेसनर प्रभाव (Meissner effect) के नाम से जाना जाता है।
40.
यह विशेष उल्लेखनीय है कि जिन परमाणुओं में बाह्य इलेक्ट्रॉनों की संख्या 5 अथवा 7 है उनमें संक्रमण ताप उच्चतम होता है और अतिचालकता का गुण भी उत्कृष्ट होता है।