दृश्य सोलह से इक्कीस तक विज्ञान और मनुज के आसुरित्व और उनके ही भीतर मनुजत्व का संघर्ष है और शैतान जो आज अत्यंत बलशाली हो चुका है उसकी चुनौती की दुर्लंघ्य सीमाओं को दर्शाता है: ” कहां है वह / मानवता का / तथाकथित पुजारी / महादेव, फरिश्ता? … हा! हा! हा! ”
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विलक्षण बुद्धि, चेहरे पर अद्भुत तेज व अत्यंत बलशाली परशुराम के बचपन का नाम राम था, त्रिलोकीनाथ नीलकंठधारी भगवान भोलेनाथ ने अपने परमप्रिय राम को युद्ध की कलाओं में निपुण करने के उपरांत ‘ परशा ' धारण करवाते हुए ‘ परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् धर्म संस्थापनार्थाय संभवामि युगे-युगे ' मंत्र पर पूर्ण उतरते हुए धर्म की रक्षा का आशीर्वाद प्रदान किया।
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बज्र देह दानव दनल महाबीर हनुमान बज्र देह दानव दनल महाबीर हनुमान जब बक्तों के प्यारे बजरंगबली पैदा हुए थे, शिव ने भक्तों की रक्षा के लिए व भगवान् राम जी की सेवा व राम काज को पूरा करने के लिए मृत्यु लोक अर्थात पृथ्वी पर पवनदेव के तेज से बानर राज केसरी और रानी अंजनी के घर जन्म लिया, अत्यंत बलशाली होने के कारण नाम पड़ा महाबीर बजरंगबळी, बाल्यकाल से अद्भुत...
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(१) मजीठ, बला के बीज व तालमखाना १०-१० ग्राम और मिश्री ३० ग्राम को मिला के बनाया गया चूर्ण १० ग्राम रोज़ गौ दुग्ध के साथ लें १५-२० दिन में चेहरे पर लाली आ जाएगी यह प्रयोग तेज़, बल व बुद्धिवर्धक है (२) पलाश के पत्तों का १२ ग्राम चूर्ण प्रतिदिन दूध के साथ सेवन करने मनुष्य अत्यंत बलशाली और दीर्घायु होता है इस प्रयोग से शरीर में गर्मी, रक्त, चमड़ी तथा अम्लपित्त के रोग दूर होते हैं और शक्ति मिलती है
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वर्तमान में श्री शर्कोजी चन्द्र महा दशा और गुरू ग्रह के अंतरे में गुजर रहे है जो सन २ ० १ २ के प्रारम्भ तक कायम रहे गा / इनका चन्द्रमा अत्यंत बलशाली है और गुरू भी कम नहीं, संछेप में यूं कहे श्री शर्कोजी फ्रांस और शायद सारे विश्व में पहले ऐसे राष्ट्रपति होंगे जिनको पद पर रहते हुए पुत्र रत्न की प्राप्ति होने जा रही है / श्री शर्कोजी को आईंदा २ ० १ २ तक निश्चय ही पुत्र रत्न प्राप्त होगा ये उनकी जन्म कुंडली से खूब स्पष्ट है /