इस मामले में दिगम्बर सिंह की ओर से निकाय प्रभारी व सिटी मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किये गये अदेय प्रमाण पत्रों के साथ ही चार लाख 76 हजार की धनराशि पूर्व में ही जमा होने की नगर पंचायत की रसीदों सहित प्रमाणों ने सबको हैरान कर डाला।
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तत्क्षण बालाजी बोले कि आपके व माता जानकी के प्रताप से भक्तों को देने के लिए मेरे लिए कुछ भी अदेय नहीं हैं, किन्तु मैं ठहरा बाल ब्रह्मचारी, स्त्री व बाल विषयक समस्याओं एवं यौन व्याधियों आदि के समाधान में मुझे कुछ उलझन होती है, मां इसके निराकरण के लिए आप मेरे पास रहकर भक्तों की मनोकामनायें पूर्ण करने में मेरा सहयोग प्रदान करेंगी तो मैं अपने को सौभाग्यशाली समझूंगा।