| 31. | मणिपुर चक्र से आगे चतुर्थ चक्र अनाहत चक्र है.
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| 32. | उस अनाहत नाद में मनु लीन हो जाते हैं।
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| 33. | बीजोक्त तन्त्रम्-शक्ति समन्वित गुरु पादवंदन अनाहत कल्प (
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| 34. | ध्यान को ' अनाहत चक्र ' पर टिका दें।
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| 35. | उर अनाहत चक्र का पवमान ऊपर गगनमण्डल
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| 36. | 4-अनाहत (चौथा चक्र)
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| 37. | ध्यान को ' अनाहत चक्र' पर टिका दें।
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| 38. | अनाहत का प्रतीक बारह पंखुड़ियों का एक कमल है.
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| 39. | और यह जो ओम है, अनाहत नाद है।
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| 40. | इस ध्वनि की चोट अनाहत चक्र पर होती है।
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