वोट-बैंक की राजनीति थोड़ी पतली पड़ेगी | जो लोग अपने मतदान-केंद्र से काफी दूर होंगे, वे डाक या इंटरनेट या मोबाइल फोन से वोट कर सकते हैं | जो लोग बीमारी, यात्र, दुर्घटना या किसी अन्य अपरिहार्य कारण से वोट नहीं डाल पाएँगें, उन्हें कानूनी सुविधा अवश्य मिलेगी | यों भी सारी दुनिया में मतदान के दिन छुट्टी ही होती है | इसीलिए यह तर्क अपने आप रद्द हो जाता है कि गरीब आदमी वोट की लाइन में लगेगा या अपनी रोज़ की रोटी कमाएगा?