| 31. | जबकि, सातों ग्रहों एक ही ओर इसके विपरीत दिशा में हों तब कालसर्प दोष की बजाय अर्धचन्द्र योग बनता है.
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| 32. | स्वास्तिक, ओंकार, कमल, क्रोस, अर्धचन्द्र निशान साहिब आदि विभिन्न धर्मों के विश्व प्रसिद्ध प्रतिक-चिन्ह हैं.
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| 33. | एक मकान हम बनाते हैं, एक द्वार हम बनाते हैं, तो द्वार में उलटी ईंट लगा कर अर्धचन्द्र बन जाता है।
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| 34. | हस्त रेखा विज्ञान के अनुसार अनामिका उंगली के नाखून के बीच तक अर्धचन्द्र की आकृति बनने पर मान-सम्मान एवं पुरस्कार मिलता है।
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| 35. | इस प्रकार अर्धचन्द्र से पहले शोभित जो ‘गं ' है, वह ओंकार के द्वारा रुद्ध हो, अर्थात् उसके पहले और पीछे भी ओंकार हो।
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| 36. | अगर शिव हो तो ये कपड़े क्यों पहने हैं, ना सांप ना अर्धचन्द्र ना भस्म और तो और गंगा भी नही दिखायीं दे रही।
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| 37. | इनका रूप परम शांतिदायकऔर कल्याणकारी है, इनके मस्तक में घंटे के आकार का अर्धचन्द्र है इसी कारण से इन्हें चन्द्रघंटादेवी कहा जाता है।
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| 38. | वंदे मातरम् ' लिखा था एवं तीसरी लाल रंग की पट्टी पर सफेद रंग से बाईं ओर सूर्य एवं दाहिनी ओर अर्धचन्द्र बने हुए थे।
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| 39. | राजघाट से देवी-देवताओं की मृण्मूर्तियां कम मिली हैं पर जो थोड़ी-बहुत मिली है, उनमें त्रिनेत्र और अर्धचन्द्र से मंडित शंकर का सिर अतीव सुन्दर है।
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| 40. | स्कंद पुराण में सरस्वती जटा-जुटयुक्त, अर्धचन्द्र मस्तक पर धारण किए, कमलासन पर सुशोभित, नील ग्रीवा वाली एवं तीन नेत्रों वाली कही गई हैं।
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