| 31. | छठवें अवतार में अनुसुइया के गर्भ से दत्तात्रयेय प्रगट हुये जिन्होंने प्रह्लाद, अलर्क आदि को ब्रह्मज्ञान दिया।
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| 32. | अलर्क द्युतमत के एक पुत्र तथा सन्नति के पिता का नाम था जिसने 66000 वर्षों तक राज्य किया।
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| 33. | कुछ दिनों बाद अलर्क के बड़े संन्यासी भाई सुबाहु ने उसे अपना राजपाट सौंप देने का आदेश दिया।
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| 34. | मार्कण्डेय पुराण में मदालसाने अपने पुत्र अलर्क के प्रश्न करने पर तीन अध्यायों में श्राद्धकल्पको निरूपित किया है।
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| 35. | अरुणदत्त तथा अन्य लेखकों ने मन्दार्क और अलर्क आदि को श्वेत श्वेतपुष्प सफेद फूल वाला लिखा है ।
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| 36. | श्री दत्तात्रेय के शिष्य-सहस्रार्जुन, कार्तवीर्य, भार्गव, परशुराम, यदु, अलर्क, आयु और प्रह्लाद।
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| 37. | ऊंटों के प्रसिद्ध रोगों में गिल्टीरोग, निमोनिया, मोरा, अलर्क, सुर्रा तथा अन्य त्वचा रोग हैं।
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| 38. | इस हिंसात्मक प्रवृत्ति को प्रचण्ड एवं विनाशक स्थितिमें देख परशुराम के पितरों ने उन्हें अलर्क की गाथा सुनाकर शान्त किया.
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| 39. | अलर्क को उनकी माता ने राजधर्म की शिक्षा दी थी जबकि अन्य पुत्रों को निवृत्तिधर्म की शिक्षा दी गयी थी।
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| 40. | अतः यह मानन पड़ेगा कि मन्दारक, मन्दार, अलर्क और राजार्क सब एक आक के पर्यायवाची नाम हैं ।
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