1. कारखानों को शहरी क्षेत्र से दूर स्थापित करना चाहिए, साथ ही ऐसी तकनीक उपयोग में लाने के लिए बाध्य करना चाहिए जिससे कि धुएँ का अधिकतर भाग अवशोषित हो और अवशिष्ट पदार्थ व गैसें अधिक मात्रा में वायु में न मिल पायें।
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4. जल में कारखानों से मिलने वाले अवशिष्ट पदार्थ, गर्म जल, जल स्रोत को दूषित करने के साथ-साथ वहाँ के वातावरण को भी गर्म करते हैं जिससे वहाँ की वनस्पति व जन्तुओं की संख्या कम होगी और जलीय पर्यावरण असन्तुलित हो जायेगा।
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प्रदूषण विभाग को शिकायत मिली थी कि बाबा के आयुर्वेद एवं हर्बल प्रोडेकट बनाने वाली फैक्ट्री पतंजलि हर्बल पार्क द्वारा फैक्ट्री की गन्दगी वाले दूषित अवशिष्ट पदार्थ से खेतंों में बहाने के कारण गन्दगी फैलने से फसलें बर्बाद हो रही हैं और चारों आेर दुर्गन्ध फेल रही है।
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तकरीबन एक ही ढर्रे की भोजपुरी फिल्मों की बाढ़ के बीच इसका निर्माता वर्ग यह भूल गया है कि बाढ़ की एक विशेषता या यूँ कहें असर होता है कि जब बाढ़ का पानी आता है तो अपने साथ ढेर सारा अवशिष्ट पदार्थ भी लेकर आता है.
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…जनसंख्या वृद्धि के साथ साथ लोगों की माँगें बढ़ने लगीं फैक्टरियों के अवशिष्ट पदार्थ नदियों में छोड़े जाने लगे, भौतिकता को अधिक महत्व दे रहे हैं, हर जगह ए. सी. व कूलर हैं, विश्व आज ग्लोबल वॉर्मिंग की चपेट में आ गया है, मानसून कभी जल्दी आ रहे हैं कभी देर में।
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इसके परिणामस्वरूप श्वास प्रक्रिया सम्बंधी अवयवों, जैसे नाक और गले में सूजन हो जाती है, त्वचा शुष्क हो जाती है तथा बहुत अधिक तैलीय हो जाती है, लीवर में भी सूजन उत्पन्न होने से उसमें वृद्धि हो जाती है, आंतों में कब्ज हो जाता है और शरीर के अवशिष्ट पदार्थ के विषैले तत्व खून के प्रवाह में मिल जाते हैं।
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दुसरे नंबर पर पानी के अन्दर पाए जाने वाले तत्वों की बात करें तो हम ये भी मान लेते है कि वो हमें पूरी तरह प्राप्त होते है (हालांकि हमें बहुत अच्छे से पता है कि सभी प्रकार कि गन्दगी, फक्ट्रियों से निकलने वाले अवशिष्ट पदार्थ भी पानी में जाकर मिलते है) फिर भी हम मान लेते है कि हमें संपूर्ण तत्व पानी में मिल जाते है
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युएफ स्किड के द्वारा उपचारित जल को उच्च दाब वाले पम्प से आर ओ यूनिटों में बहेग दिया जाता है ताकि पानी में मौजूद घुले हुए लवणों को दूर किया जा सके | इस प्रक्रिया के लिए अत्याधुनिक पलियामाइड झिल्ली का इस्तेमाल किया जाता है ताकि पानी में घुलनशील ठोस पदार्थों से मुक्त पेय जल उत्पादित किया जा सके | इस प्रक्रिया से पानी में मौजूद सभी प्रकार के अवशिष्ट पदार्थ तथा जीवाणु एवं विषाणु समाप्त हो जाते है |