| 31. | अवेस्ता के क्षथ्र का अर्थ हुआ इलाका या राज्य।
|
| 32. | मज्जा का अवेस्ता रूप हुआ मस्ग ।
|
| 33. | अवेस्ता और वैदिक संस्कृत में काफ़ी समानता है ।
|
| 34. | अवेस्ता में भारतीय प्रदेशों और नदियों के
|
| 35. | पारसी ग्रंथ अवेस्ता में इसका ज़िक्र मिलता है ।
|
| 36. | अवेस्ता में च्यु का रूप शु होता है ।
|
| 37. | अवेस्ता में भी पद का अर्थ पैर है ।
|
| 38. | अवेस्ता में भी यह नाम / नामन् है ।
|
| 39. | ऋग्वेद की कई बाते अवेस्ता से मिलती हैं ।
|
| 40. | अवेस्ता तो उससे भी बहुत पहले की रचना है।
|