| 31. | सुब्ह की नमाज़ फ़ज्र और शाम की नमाज़ ज़ौहर और अस्र है.
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| 32. | इससे पूर्व दो नमाज़े फ़ज्र और अस्र ही की पढी जाती थी ।
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| 33. | (22) शाम, अस्र और मग़रिब के बीच का वक़्त है.
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| 34. | अभी वह यह सोच ही रहा था कि अस्र की अजान उसके कानों में
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| 35. | रिवायतों में हज़रत वली ए अस्र की औलाद के सिलसिले में बहस मौजूद है।
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| 36. | घंटे बाद से अस्र से आधा घंटा पहले तक और मगरिब के बाद थोड़ी
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| 37. | रिवायत के मुताबिक़ अस्र की नमाज़ के वक़्त हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम दो फ़रिश्तों के
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| 38. | दरगाह गेस्ट हाउस से अस्र की नमाज के बाद चौकी का जुलूस रवाना हुआ।
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| 39. | और अस्र उस वक़्त को भी कहते हैं जो सुर्यास्त से पहले होता है.
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| 40. | रात और दिन में और नमाज़ें फ़ज़्र और नमाज़े अस्र में जमा होते हैं.
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