तारों भरे आकाश की रोशनी में, नदी आकाश गंगा से जैसे मुकाबला कर रही थी, कहना मुश्किल था की नदी आकाश गंगा का जमीन पर अक्स है या आकाश गंगा आसमान में नदी का आइना ।
32.
विकासशोध दल के प्रमुख डॉ0 डेव अलेक्जेंडर का कहना है, अतीत में देखने पर हमें एक विध्वंसक घटना का पता लगा है, जिसने तारों का निर्माण और स्थानीय ब्रह्माण्ड में एक विशाल आकाश गंगा का विकास रोक दिया।
33.
जबकि 2006 में, एंड्रोमेडा की तुलना में आकाशगंगा के गृहों का अनुमान ~80% लगाया, जो लगभग 7.1 सौर गृहों के बराबर है, 2009 के एक अध्ययन से पता लगा है कि एंड्रोमेडा और आकाश गंगा का घनत्व लगभग समान है.
34.
विकासशोध दल के प्रमुख डॉ 0 डेव अलेक्जेंडर का कहना है, अतीत में देखने पर हमें एक विध्वंसक घटना का पता लगा है, जिसने तारों का निर्माण और स्थानीय ब्रह्माण्ड में एक विशाल आकाश गंगा का विकास रोक दिया।
35.
' ' यह हमारी धरती से हजारों प्रकाश वर्ष दूर एक आकाश गंगा का ग्रह है हम हमारी धरती से कुछ घंटे में उस ग्रह को नष्ट कर सकतें है यह परिक्षण अब आप लोगों को बताया जाएगा '' समा्राट योकोटी ने कहा
36.
मै नारद, नारायण नारायण करते हुए आकाश गंगा का भ्रमण कर रहे था, तभी मेरी नज़र पृथ्वी पे भारत देश के रामलीला मैदान पे पड़ी, देख कर चकित रह गया की जहाँ हर साल प्रभु के मरे रावण का पुतला जलाया जाता था आज वहाँ सब “ अन्ना-अन्ना ” कर रहे हैं, चंचल स्वाभाव बस अपने को रोक न पाए, उतर आये पृथ्वी पे.
37.
आकाश गंगा जल-कृतिका आदि विषम नक्षत्रो में सूर्य के दिखाई देते हुए आकाश से जो जल गिरता है / उसे आकाश गंगा का जल समझना चाहिए / भरनी आदि सा संख्यावाले नक्षत्रो में सूर्य के दिखायी देते है / आकाश से जो जल गिरता है / वह भी आकाश गंगा का जल है / आकाश गंगा के जल का स्पर्श दिव्य स्नान है / विष्णु-शिशुकुमार-ध्रुव-सूर्य-वृष्ट यही आधारभूत चक्र है.
38.
आकाश गंगा जल-कृतिका आदि विषम नक्षत्रो में सूर्य के दिखाई देते हुए आकाश से जो जल गिरता है / उसे आकाश गंगा का जल समझना चाहिए / भरनी आदि सा संख्यावाले नक्षत्रो में सूर्य के दिखायी देते है / आकाश से जो जल गिरता है / वह भी आकाश गंगा का जल है / आकाश गंगा के जल का स्पर्श दिव्य स्नान है / विष्णु-शिशुकुमार-ध्रुव-सूर्य-वृष्ट यही आधारभूत चक्र है.
39.
आकाश गंगा, अंतरिक्ष, बेबीलोन, इटली, मिल्की वे, कहकशाँ, पुराण, Milky Way, Babylon, Italy, Outer Space, Puran धरती से आकाश गंगा का एक दृश्य विष्णु की शय्या शेषनाग है, कृष्ण की माता देवकी है, खीर का समंदर है, देवताओं की नदी है, नदी है तो आकाश से धरती पर उतरने वाली गंगा है या कृष्ण की क्रीड़ा स्थली यमुना है … आख़िर यह है क्या.