| 31. | शैफ़्ट्सबरी ने आचारशास्त्र में पहली बार “नैतिक विवेकशक्ति” (मारल सेंस) का सिद्धांत सामने रखा।
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| 32. | यह कार्य अच्छा है या बुरा, इसका विचार समाजशास्त्र, आचारशास्त्र या धर्मशास्त्र में होगा।
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| 33. | कहा जाता है, आचारशास्त्र नियामक अथवा आदर्शान्वेषी विज्ञान है, जबकि मनोविज्ञान याथार्थान्वेषी शास्त्र है।
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| 34. | आचारशास्त्र का आधुनिक युग 15वीं 16वीं शताब्दियों के धर्मनिरपेक्ष दर्शन से आरंभ होता है।
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| 35. | अधिकतर लेखक और विचारक इस बात से भी सहमत हैं कि आचारशास्त्र का संबंध मुख्यत:
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| 36. | परंतु आचारशास्त्र का प्रत्यक्ष संबंध बौद्धिक सद्गुणों की अपेक्षा नैतिक सद्गुणों से अधिक घनिष्ठ है।
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| 37. | अधिकतर लेखक और विचारक इस बात से भी सहमत हैं कि आचारशास्त्र का संबंध मुख्यत:
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| 38. | विकासवादी दृष्टिकोण के वैज्ञानिक पक्ष का डार्विनवाद के माध्यम से आचारशास्त्र पर गहरा प्रभाव पड़ा।
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| 39. | आधुनिक काल में गांधीवाद में भारतीय आचारशास्त्र की सभी स्वस्थ परंपराओं का समन्वय मिलता है।
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| 40. | काँट का प्रसिद्ध ग्रंथ “व्यावहारिक विवेक की आलोचना” आधुनिक विवेकवादी आचारशास्त्र के आधारस्तंभों में है।
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