इन दोनों में कौन जीता यह तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन मीरां ने कृष्ण में समाकर साबित कर दिया कि प्रेम में धैर्य, आयास और समर्पण का भाव हो तो ईश्वर को पाना भी मुश्किल नहीं।
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उत्तोलक की वह सभी किस्में जो अपने आलम्ब के कारण अलग पहचान बनाती है, योगेन्द्र आहूजा के आयास को ऊर्जा में या अनुभव की ऊर्जा को आयास में बदलकर कहानियों के रूप में सामने आयी हैं।
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उत्तोलक की वह सभी किस्में जो अपने आलम्ब के कारण अलग पहचान बनाती है, योगेन्द्र आहूजा के आयास को ऊर्जा में या अनुभव की ऊर्जा को आयास में बदलकर कहानियों के रूप में सामने आयी हैं।
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परिश्रम, उद्यम, श्रम, आयास, मशक्कत ; ऐसा काम जिसे करते-करते शरीर में शिथिलता आने लगे 12. मार्गच्युत, भटका, भूला-भटका ; जो रास्ता भूल गया हो 13. दस भुजाओं वाला
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युवक बार-बार भीतर आते रहे होंगे? मर्यादा-केवल एक बार एक सेवक भोजन के लिए पूछने आयास था, जब हम सबों ने खाने से इन्कार कर दिया तो वह चला गया और फिर कोई न आया।
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इन दोनों में कौन जीता यह तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन मीरां ने कृष्ण में समाकर साबित कर दिया कि प्रेम में धैर्य, आयास और समर्पण का भाव हो तो ईश्वर को पाना भी मुश्किल नहीं।
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कलियुग में मनुष्य थोड़े से आयास से किये जाने वाले सत्कर्म द्वारा सुखपूर्वक महान धर्म के फल की प्राप्ति कर सकता है, इस प्रकार इस धर्म विषयक लोभ से हम लोगों ने उस कलिकाल में जन्म ग्रहण किया है ।।
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कलियुग में मनुष् य थोड़े से आयास से किये जाने वाले सत् कर्म द्वारा सुखपूर्वक महान धर्म के फल की प्राप्ति कर सकता है, इस प्रकार इस धर्म विषयक लोभ से हम लोगों ने उस कलिकाल में जन् म ग्रहण किया है ।।
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आज्ञा चक्र की विरल उपलद्भियों में पहले मैं सन्नाटा बुनता हूँ, महावृक्ष के नीचे और नदी की बाँक पर छाया है, और उनक महत्तम आयास-सहस्रार चक्र की उपलब्धि जैसा की नाम से ही स्पष्ट है-वह है 'ऐसा कोई घर आपने देखा है “।
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तो भोजन की, वस्त्र की, आवास की जो आवश्यकता है उस की पूर्ति हर एक व्यक्ति आराम से कर सकता है … रोटी सब्जी, रोटी दाल, दूध सामान्य रूप से पेट भरने की व्यवस्था थोड़े ही आयास से हो सकती है ….