| 31. | पॉज़िटिव सेंस सिंगल स्ट्रैंडेड आर एन ए विषाणु, निगेटिव सेंस सिंगल स्ट्रैंडेड आर एन ए विषाणु एवं डबल स्ट्रैंडेड आर एन ए विषाणु
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| 32. | यह डी एन ए और आर एन ए, जो शरीर निर्माण का मुख्य आधार हैं, के जीर्णोद्धार तथा नवीनीकरण को प्रोत्साहित करते है।
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| 33. | स्कैनिंग के समय उनके कंपन में होने वाले क्रमशः परिवर्तन आर एन ए सूत्र पर उनके स्थान वाले क्रम का अता-पता देते हैं.
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| 34. | सामान्यतया प्रयोग होने वाले न्यूक्लिक अम्ल हैं डी एन ए या डीऑक्सी राइबो न्यूक्लिक अम्ल एवं आर एन ए या राइबो न्यूक्लिक अम्ल।
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| 35. | सामान्यतया प्रयोग होने वाले नाभिकीय अम्ल हैं डी एन ए या डीऑक्सी राइबो नाभिकीय अम्ल एवं आर एन ए या राइबो नाभिकीय अम्ल।
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| 36. | सामान्यतया प्रयोग होने वाले न्यूक्लिक अम्ल हैं डी एन ए या डीऑक्सी राइबो न्यूक्लिक अम्ल एवं आर एन ए या राइबो न्यूक्लिक अम्ल।
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| 37. | कुछ आर एन ए अणु भी अभिक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं, जिसका एक अच्छा उदाहरण है राइबोसोम के कुछ भागों में होती अभिक्रियाएं।
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| 38. | [4] कुछ आर एन ए अणु भी अभिक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं, जिसका एक अच्छा उदाहरण है राइबोसोम के कुछ भागों में होती अभिक्रियाएं।
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| 39. | आर एन ए एक अकेली बहु न्यूक्लियोटाइड शृंखला वाला लम्बा तंतुनुमा अणु, जिसमें फॉस्फेट और राइबोज़ शर्करा की इकाइयां एकांतर में स्थापित होतीं हैं।
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| 40. | आर एन ए एक अकेली बहु न्यूक्लियोटाइड शृंखला वाला लम्बा तंतुनुमा अणु, जिसमें फॉस्फेट और राइबोज़ शर्करा की इकाइयां एकांतर में स्थापित होतीं हैं।
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