| 31. | जब आप पोलियो और टेटनस के लिए इंजेक्शन लिया, यह बस उस तरह था! आह!
|
| 32. | कौतुक सराहना करने के लिए! चुम्बन, आह! तुम अगले अंक में मेरी जगह आरक्षित जा सकते हैं!
|
| 33. | गर तबियत से मिले दिल तो रश्क भी करूँ, आह! ना बने बीमार दिल को यूँ उदू करते।
|
| 34. | सम्भोग के, जनने के टाँग फैला जमीन पर बदबू करने के-आह! इतने अवसर पहले कहाँ थे?
|
| 35. | [11] भ्रम. असह है, आह! प्रीति का निर्वाह-छ्ल-छद्म मय, मिथ्या … भुलावा झूठ … मायाजाल!.
|
| 36. | दलित हुए निर्बल सबलों से, मिटे राष्ट्र उजड़े दरिद्र जन, आह! सभ्यता आज कर रही असहायों का शोणित शोषण।
|
| 37. | पिछला पोस्ट: आह! यह निश्चित रूप से दर्द है और यह समय आप अपने निर्बल ऑनलाइन बिज़ गुरु आग.
|
| 38. | क्या महिलाओं को पुरुषों की तरह नहीं (भाग 2) | आह! त्रि! ने दिसम्बर 2009 को 1, # पर 5:12
|
| 39. | कैसा जादू! आह! या फिर पतली सूई सी ड्रैगनफलाई जो चमकती धूप में एक चमकीली विलीन होती रेखा सी दिखती।
|
| 40. | लेकिन, देश में इस घटना को लेकर न तो कोई अफरातफरी मची और न ही खा़सोआम के जे़हन में संवेदनशील आह!
|