हर बार ऐसी परिस्थितियां आती रहती हैं जो व्यक्ति को डगमगाने का प्रयास करती हैं लेकिन जो इन परिस्थितियों में भी डटे रहते हैं, वे ही सफल होते हैं।
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इन परिस्थितियों में भी मरे ने संयम बनाए रखते हुए मात्र २ ० बेजां गलतियां की जबकि बर्डिच परिस्थियितों से प्रभावित हुए और उन्होंने ६ ४ बेजां गलतियां की।
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राष्ट्रीय डेयरी शोध संस्थान करनाल के मौसम विशेषज्ञ श्याम सिंह के अनुसार यदि इन परिस्थितियों में भी बारिश नहीं हो रही तो बारिश की कोई उम्मीद नहीं की जा सकती।
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इन परिस्थितियों में भी अपीलार्थी की अपील स्वीकार होने योग्य नहीं है और योग्य अधीनस्थ न्यायालय ने वादी का वाद निरस्त करने में किसी प्रकार की कोई बैधानिक त्रुटि नहीं की है।
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इन परिस्थितियों में भी रूस लंबे समय तक साम्यवादी बना रहा तो इसलिए कि मार्क्स ने अपने समर्थक लेखकों-बुद्धिजीवियों का बड़ा वर्ग पैदा किया था, जिनमें गोर्की, चेखव, टालस्टाय, दोस्तोयवस्की आदि महान साहित्यकार सम्मिलित थे.
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एक ओर बढ़ता हुआ अँधेरा तो दूसरी ओर बारिश की वजह से पैदा हुई सफेद धुंध! इन परिस्थितियों में भी हमारा कुशल चालक ६ ०-७ ० कि. मी प्रति घंटे की रफ्तार से अपनी महिंद्रा हांक रहा था ।
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इमाम ख़ुमैनी के आदेश पर त्याग पत्र देने वाले कुछ सांसद उन की सेवा में उपस्थित हुए इन परिस्थितियों में भी शाह और कुछ पश्चिमी देशों द्वारा प्रधान मंत्री बनाए गये बख़्तियार ने बयान दिया कि वे अब भी देश का संचालन कर रहे हैं।
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सुप्रीम कोर्ट ने कई बार निचली न्यायालयों के जजों के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया है लेकिन अफ़सोस के इसे रोकने के लियें कोई फार्मूला कोई नियम तय्यार नहीं किया है, हालत यह हैं के इन परिस्थितियों में भी अदालतों और प्रधानमन्त्री को लोकपाल विधेयक से अलग रखने की जिद की जा रही है.
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यदि इन पाप ग्रहों पर शुभ ग्रहों की दृष्टि हो, ये ग्रहों के नवांश में हों, शुभ वर्गो में हों, तो क्या तब भी अशुभ फलकारक होंगेक् यदि इन परिस्थितियों में भी पाप ग्रहों को अशुभ फलदायक मानें, फलदीपिकाकार मंत्रेश्वर का स्पष्ट मत है: “पापोùपि स्वगृहं गत:शुभकर:”, यानि पाप ग्रह भी अपने घर में शुभ फल प्रदान करता है अत:
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आने वाले समय में भी सरकार ने आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिए मजबूत एवं प्रभावशाली संस्थागत तंत्र स्थापित करने के इरादे से राज्यों के साथ मिलकर काम करने की जो तैयारी की है, उससे यह संकेत मिलता है कि अब धीरे-धीरे ही सही, आतंक और हिंसा से देश को निजात मिल सकती है, लेकिन विचित्र स्थिति यह है कि देश की इन परिस्थितियों में भी राज्य क्षेत्रीयता की संकुचित मानसिकता नहीं छोड़ पा रहे हैं।