पहले तीसरे मोर्चे की सम्भावनाओं को आन्कते हैं / राज्नीति में आगे बढने के लिये एक सूत्र है यह भी है कि भले ही आप बेईमानों के बादशाह हों, आप कितने भी लम्पट, लुच्चे, लै मार और लफनगे हों, आप अपने को ईमान्दार बताइये और दूसरे को दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्ठ व्यक्तित्व / जैसे कि मुलायम सिन्घ का यह विचार करना कि वे प्रधान पद के लिये सबसे उपयुक्त और ईमान्दार और सबसे बेहतर उम्मीदवार हो सकते हैं /
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पहले तीसरे मोर्चे की सम्भावनाओं को आन्कते हैं / राज्नीति में आगे बढने के लिये एक सूत्र है यह भी है कि भले ही आप बेईमानों के बादशाह हों, आप कितने भी लम्पट, लुच्चे, लै मार और लफनगे हों, आप अपने को ईमान्दार बताइये और दूसरे को दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्ठ व्यक्तित्व / जैसे कि मुलायम सिन्घ का यह विचार करना कि वे प्रधान पद के लिये सबसे उपयुक्त और ईमान्दार और सबसे बेहतर उम्मीदवार हो सकते हैं /