(स) वैशोषिक दर्शन के आधार पर निम्नांकित पंचकर्म भेद प्रस्तुत किया जा रहा है-1. उत्क्षेपण-उत्क्षेपण का अर्थ है, ऊपर की ओर फेंकना, ऊपर जाना, ऊपर उठना, जिस कर्म के द्वारा वस्तु अथवा पदार्थ का ऊपरी प्रदेश के साथ संयोग होता है उसे उत्क्षेपण कहते है दूसरे शब्दों में इसे हम हवाई उड़ान, पांव जमीं पर न पड़ना, चादर से अधिक पांव पसारना भी कह सकते हैं।