यज्ञ से वायुकी शुद्धि का यही अभिप्राय है, केवल वायु पद तो उपलक्षण मात्र है उसका तात्पर्य सभी देवों की शुद्धि अर्थात् पुष्टि होने से है ।
32.
दूसरी बात यह है कि साहित्य के सिद्धांत ग्रंथों से परिचित मात्र जानते हैं कि गिनाए हुए 33 संचार उपलक्षण मात्र हैं, संचारी और भी कितने ही हो सकते हैं।
33.
पर शंकर मिश्र ने इस समस्या का समाधान यह कहकर किया कि ज्ञेयत्व और अभिधेयत्व तो छ: पदार्थों के उपलक्षण मात्र हैं, वस्तुत: उनमें सातों पदार्थों का साधर्म्य है।
34.
संक्षिप्तावृत्ति (तथा अनुपूरण) साधारण भिन्नों को उनके तुल्य दशमलव में बदलने के विषय पर उपरोक्त समझाए गए तथानिरूपित किए गये लक्षणों के अतिरिक्त (अवशेष तथा भजन फल के संबंध इत्यादि में) और भी शिक्षाप्रद और रूचिकर सिद्धांत, उपलक्षण तथा लक्षण हैं.
35.
इस योग का आम जनमानस पर इतना अधिक प्रभाव देखने को मिल रहा है कि अल्पज्ञ या अर्ध शिक्षित ज्योतिषी भी इसके लक्षण, उपलक्षण, फलित तथा अनिष्ठ और अरिष्ट फलों का बखान अधिकाधिक रूप से करने में जुटे हुए हैं।
36.
कहीं तो (1) चुना हुआ व्यापार उपस्थित प्रसंग के भीतर ही होता है या हो सकता है, अर्थात् उस व्यापार और प्रसंग का व्याप्यव्यापक सम्बन्ध होता है और वह व्यापार उपलक्षण मात्र होता है ; और कहीं (2) चुना हुआ व्यापार प्रस्तुत व्यापार से सादृश्य रखता है ;