घर की बात करें, तो हर लोकतांत्रिक मानदंड से शीला दीक्षित को अपनी पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार होना चाहिए था, बजाय चौथी बार एक विस्तारित नगरपालिका के लिए दावेदारी पेश करने के।
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नरेन्द्र मोदी का प्रस्तावित उम्मीदवार होना या संघ के इस पुरातन ‘ एकला चलो रे ‘ सिद्धान्त से बहुत सारे वरिष्ठ और अनुभवी भाजपाई सहमत नहीं हैं किन्तु इन में आडवाणी जैसा माद्दा नहीं है जो डटकर मुकबला कर सके।
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दूसरा ये कि उन्होंने भले ही नितीश कुमार का नाम उछाल कर उनका दिल जीतने की कोशिश की हो, मगर साथ यह कह कर कि स्थिर सरकार के लिए बड़ी पार्टी का नेता ही पीएम पद का उम्मीदवार होना चाहिए, भाजपा में अपना स्थान सुरक्षित करने की कोशिश की है।
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1989 में जब लोकसभा के चुनावों की घोषणा हुई तो वह बांका में जनता दल के उम्मीदवार होना चाहते थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला, लेकिन चंद्रशेखर जी ने जनता दल संसदीय बोर्ड की बैठक में यह वायदा ज़रूर करवा लिया कि बिहार से राज्यसभा के अगले चुनावों में दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार बनाया जाएगा.
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7-हिंदू युवाओ में मोदी की हीरो की छवि और मोदी का हिन्दुवादी कट्टर नेता की छवि, आर एस एस की पहली पीएम पसंद होना, दक्षिण भारत में हिन्दुओ के मोदी की कड़क नेता की छवि, मोदी का रामदेवजी के बचाव में खड़े होना, गुजरात में विकास पुरुष की छवि बनाना, भाजपा के युवा कार्यकर्ताओ में मोदी का पीएम का उम्मीदवार होना कंग्रेस के बड़ी परेशानी का सबब है.