| 31. | वानर और ऋक्ष आदि जिन-जिन देवताओं के अंश से उत्पन्न हुये थे, वे सब उन्हीं में लीन हो गये।
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| 32. | इसमें सात कुलपर्वत हैं: महेन्द्र, मलय, सह्य, शुक्तिमान, ऋक्ष, विंध्य और पारियात्र ।
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| 33. | ऋषि शब्द की व्युत्पत्ति ऋक्ष (रीछ) है, क्योंकि वह भी मुनि के भान्ति पर्वत गुफा में व्यतीत करता है।
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| 34. | यहां महेन्द्र । मलय । सह्य । शुक्तिमान । ऋक्ष । विन्ध्य । पारयात्र । ये सात पर्वत हैं ।
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| 35. | वानर और ऋक्ष आदि जिन-जिन देवताओं के अंश से उत्पन्न हुये थे, वे सब उन्हीं में लीन हो गये।
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| 36. | रामायण काल की वानर तथा ऋक्ष (रीछ) जातियॉं ऐसी ही थीं, जिनके गण-चिन् ह वानर एवं ऋक्ष थे।
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| 37. | रामायण काल की वानर तथा ऋक्ष (रीछ) जातियॉं ऐसी ही थीं, जिनके गण-चिन् ह वानर एवं ऋक्ष थे।
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| 38. | उन्हीं दिनों पुरु वंश में राजा ऋक्ष के पुत्र संवरण बड़े ही बलवान थे और भगवान सूर्य के सच्चे भक्त थे।
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| 39. | मनु पुत्रा नरिष्यंत से चित्रासेन, उससे ऋक्ष, ऋक्ष से मीढ़वान, मीढ़वान से कूर्च, और कूर्च से इंद्रसेन।
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| 40. | मनु पुत्रा नरिष्यंत से चित्रासेन, उससे ऋक्ष, ऋक्ष से मीढ़वान, मीढ़वान से कूर्च, और कूर्च से इंद्रसेन।
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