| 31. | इस काष्ट स्पिरिट में शुद्ध मेथिल ऐल्कोहल ७० से ८०% तक होता है।
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| 32. | जल और ऐल्कोहल में यह पूर्ण मिश्रय होता है, पर ईथर में अविलेय।
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| 33. | अत: इसका मुख्यतम उपेयाग एथिल ऐल्कोहल को अपेय बनाने के लिए होता है।
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| 34. | जल और ऐल्कोहल में यह पूर्ण मिश्रय होता है, पर ईथर में अविलेय।
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| 35. | यह जल में द्रत विलेय, पर ऐल्कोहल और ईथर में अल्प विलेय है।
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| 36. | ब्रांडी में ऐल्कोहल की मात्रा आयतन के अनुसार 85% से कम होती है।
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| 37. | उद्योग में एथिल ऐल्कोहल की उपयोगिता इसकी अत्युत्तम विलेयक शक्ति के कारण है।
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| 38. | यह जल में द्रत विलेय, पर ऐल्कोहल और ईथर में अल्प विलेय है।
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| 39. | यह ईथर, बेंजीन तथा ऐल्कोहल में विलेय है. वार्निशों, छापे कीस्याहिओं आदि में प्रयुक्त.
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| 40. | यह पानी में कम घुलता है लेकिन ऐल्कोहल और ईथर में घुल जाता है।
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