(4) परिवार के सभी सदस्यों के पैर के अंगूठे से लेकर हाथ को सिर से ऊपर पूरा ऊँचा करके कच्चा सूत नाप कर होली में डालें |
32.
इस प्रकार की समस्या से छुटकारा पाने के लिए किसी दीपावली की रात को कच्चा सूत ले आयें तथा उसको मां लक्ष्मी जी के सामने बैठकर श्रद्धा के साथ बांटें।
33.
साझेदारी तथा व्यापार में उन्नति के लिए: अगर सांझेदारी हो और लड़ाई-झगडे़ हों, तो ऐसा करें: किसी दिवाली की रात को कच्चा सूत ले कर उसको रोली से रंग लें।
34.
एक लोटा जल, माला, रोली, चावल, गंध, पुष्प, कच्चा सूत, गुड, साबुत हल्दी, मूंग, बताशे, गुलाल, नारियल आदि का प्रयोग करना चाहि ए.
35.
इसी में जो व्यापारिक स्थल है कच्चा सूत लेकर उसको शुद्ध केसर में रंग लें तथा उसे सुखा कर व्यापार स्थल पर बांध दें तथा यह मंत्र बोलें-मंत्र: ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं नमो भगवती माहेश्वरी अन्नपूर्णा स्वाहा।
36.
आप चाहते हैं की आपके द्वारा किये गए कार्य सफल हो लेकिन कार्य के प्रारम्भ होते ही उसमें विध्न आ जाते हैं और वह असफल हो जाते हैं इसके लिए आप यह करें: प्रातःकाल कच्चा सूत लेकर सूर्य के सामने मुंह करके खड़े हो जाएं।
37.
विधान ः वट वृक्ष क नीचे मिट्टी की बनी सावित्रि और सत्यवान तथा भैंसे पर सवार यम की प्रतिमा स्थापित कर पूजा करनी चाहीए तथा बड की जड में पानी देना चाहीए पूजा के लिए जल, मौली, रोली, कच्चा सूत, भिगोया हुआ चना, फूल तथा धूप होनी चाहीए इसके पश्चात् सत्यवान्-सावित्रि की कथा सुननी चाहीए ।
38.
धन प्राप्ति मे वार-वार वाधाएं आती हों तो श्री गणेश जी के मंदिर मे जाएँ और एक कच्चा सूत का धागा लेकर लेकर उसमे सात गाँठ ये कहते हें लगायें की ” जय गणेश काटो क्लेश ” और वो गाँठ लगा धागा गणेश जी के चरणों मे अर्पित करदें और प्रार्थना करें की गणपति जी, हे विघ्नराज मंगल करो, मुझे धन लाभ दो ” |