खड़े साज में चिकारा बजाने वाले पिता दयाराम से उन्होने भरथरी गायन, गोपीचंदा कथा गायन तथा पंडवानी गायन की कला को प्राप्त किया।
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खड़े साज में चिकारा बजाने वाले पिता दयाराम से उन्होने भरथरी गायन, गोपीचंदा कथा गायन तथा पंडवानी गायन की कला को प्राप्त किया।
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कथा गायन में स्त्रियों का योगदान:-छत्तीसगढ़ में कथागीतों की परंपरा को जीवित रखने में यहां की स्त्रियों की भागीदारी सराहनीय है।
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किन्तु यह देखा जा रहा है कि कथा गायन की कला का ह्रास हो रहा है और अभिनय तत्व तथा मंचीयता की प्रवृत्ति बढ़ रही है।
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किन्तु यह देखा जा रहा है कि कथा गायन की कला का ह्रास हो रहा है और अभिनय तत्व तथा मंचीयता की प्रवृत्ति बढ़ रही है।
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रष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के तत्वावधान मे आयोजित ईस समारोह मे यश: शेष ललित बाबू की स्म्रिती मे कलकत्ता के भार्तेन्दु नेत्रहीन संस्थान द्वारा राम कथा गायन प्रस्तुत किया गया।
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जगरिया के साथ दो या दो से अधिक सहायक होते हैं जिन्हें भगार या हेबार कहते हैं जो की कथा गायन के मध्य मैं हेव या भाग लगाते हैं.
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' थी' शब्द का प्रयोग इसलिये किया जा रहा है क्योंकि बदली हुई सामाजिक स्थिति में अब लोक कथा गायन में प्रवीण देवार जाति की युवा पीढ़ी में कलाकार नहीं बचे हैं।
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' थी ' शब्द का प्रयोग इसलिये किया जा रहा है क्योंकि बदली हुई सामाजिक स्थिति में अब लोक कथा गायन में प्रवीण देवार जाति की युवा पीढ़ी में कलाकार नहीं बचे हैं।
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छत्तीसगढ़ी कथा गायन के परिप्रेक्ष्य में यह दृष्टव्य है कि मंच पर एक लम्बे समय तक पुरुष कलाकारों का वर्चस्व रहा है किन्तु घर-आंगन में कितनी ही स्त्रियां इन कथाओं का गायन अपने परिवारजनों तथा परिचितों के बीच करती रही हैं।