| 31. | महाभारत में कंबोज देश के कमठ और सुदक्षिण नामक राजाओं के नाम मिलते हैं-(सभा. ४, २२-उद्योग.
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| 32. | अमुक का इतना कठोर है कि कमठ पृष् ठ की कठोरता तक को मात करता है।
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| 33. | क्रोध से भरे दुष्ट बुद्धि कमठ ने पाषाण शिला उठाकर नतमस्तक मरुभूति के सिर पर डाल दी।
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| 34. | कमठ की पीठि जाके गोडनि की गाड़ैं मानो, नाप के भाजन भरि जल निधि जल भो ।
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| 35. | कमठ उद्दंड स्वभाव था एवं मरुभूति छोटा होने के बाद भी पढ़ा-लिखा, विद्वान और जनप्रिय समझदार था।
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| 36. | उसकी अनुपस्थिति में उद्दंडी विलासी स्वभाव के कमठ ने छोटे भाई की पत्नी के साथ अनैतिक दुर्व्यवहार किया।
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| 37. | राजा को इस बात का पता चला तो मरुभूति के आगमन पूर्व ही कमठ को देश निकाला दे दिया।
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| 38. | कोल, कमठ, बानर (बंजारे) व किरात जातियां थीं और कमल पत्र पुष्पों का बहुविध प्रयोग होता था।
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| 39. | कमठ को ऐसे अज्ञान तप के लिए निषेध शिक्षा देते हुए सेवक द्वारा जलते हुए काष्ठ से नाग-नागिन के जोड़े को निकलवाया।
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| 40. | उन्होंने देखा नगर के बाहर पंचाग्नि तप में बहुत प्रसिद्धि प्राप्त कमठ नाम का एक तपस्वी धूनी जलाकर तप कर रहा था।
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