2. प्रत्येक व्यक्ति को किसी भी ऐसी वैज्ञानिक साहित्यिक या कलात्मक कृति से उत्पन्न नैतिक और आर्थिक हितों की रक्षा का अधिकार है जिसका रचयिता वह स्वयं है ।
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(२) प्रत्येक व्यक्ति को किसी भी ऐसी वैज्ञानिक साहित्यिक या कलात्मक कृति से उत्पन्न नैतिक और आर्थिक हितों की रक्षा का अधिकार है जिसका रचयिता वह स्वयं है ।
33.
रह गयी बात नंगई और कलात्मकता की, तो माफ कीजिए, कितनी भी कलात्मक कृति क्यों न हो, लोगों को उसमें नंगई नज़र आती ही आती है.
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ऐसा इसलिए किया जाता है जिससे पूर्व अनुभव और कौशल वाले कैम्पर एक सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा के सामने एकल प्रदर्शन करने या अपने दम पर एक कलात्मक कृति की रचना करने में सक्षम हो सकें.
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(प), जहाँ कृतिकार स्वयं की कलात्मक कृति में कॉपीराइट का स्वामी नहीं हो, वहाँ कृतिकार द्वारा किसी मोल्ड, कास्ट, रेखाचित्र, प्लान, मॉडल या कृति के लिए उस के द्वारा किए गए अध्ययन का उपयोग
36.
साहित्य में निश्चित रूप से कृतिकार का व्यक्तित्व झलकता है, कलात्मक कृति में उसकी मानसिकता, उसकी आन्तरिक रचना से गुजरकर रचनात्मक ऊर्जा लेख से जुड़ती है, उसके सभी मूल्य इससे होकर गुजरते हैं।
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लेकिन सवाल तो यह है कि हम अपने को दोष कैसे दें? रह गयी बात नंगई और कलात्मकता की, तो माफ कीजिए, कितनी भी कलात्मक कृति क्यों न हो, लोगों को उसमें नंगई नज़र आती ही आती है।
38.
मैं जैसा होना चाहता था, बिल्कुल वैसा ही होना चाहता हूँ, पर मैं वैसा नहीं हूँ।...मैं एक कलात्मक कृति होना चाहता हूँ, कम से कम अपनी आत्मा में, क्योंकि मैं अपने शरीर में तो ऐसा नहीं हो सकता।
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(घ) एक साहित्यिक, नाटकीय, संगीतीय या कलात्मक कृति की, विधायिका के सचिवालय या, जहाँ विधायिका के दो सदन हों वहाँ दोनों में से किसी भी सदन के सचिवालय द्वारा केवल मात्र उस सदन के सदस्यों के उपयोग हेतु पुनरुत्पादन या प्रकाशन।
40.
कला के विषय में उनके विचार थे-' कला, जीवन को नहीं, बल्कि देखने वाले को व्यक्त करती है अर्थात तब किसी कलात्मक कृति पर लोग विभिन्ना मत प्रकट करते हैं तब ही कृति की पहचान निर्धारित होती है कि वास्तव में वह कैसी है, आकर्षक या उलझी हुई।'