बुध केतु के योगात्मक प्रभाव को समझने के लिये इस जातिका के लिये भी देखना उचित होगा, यह जातिका कन्या लगन में पैदा हुयी है और इसके तीसरे भाव मे बुध के साथ केतु और शनि की युति है यह कपडे का व्यापार अच्छी तरह से कर लेती है केवल छठी पास होने के बाद भी इसकी बुद्धि बहुत ही तीक्षण है और बेकर से बेकार कपडे को काट कर उसे काम के योग्य बना लेती है।
32.
सत्य-भारत मे गायों की 30 से भी अधिक नस्ले है, जिनमे अधिकांश अच्छे बैल देने वाली 28 नस्ले है कुछ नस्ले अच्छे बैल और अधिक दूध देने वाली नस्ले है, 6 नस्ले तो अधिक दूध देती है लेकिन जब तुलना की जाती है तब बैल देने वाली नस्लों और जर्सी आदि की तुलना की जाती है इन विदेशी जानवरो के नर खेती के काम के योग्य ही नहीं है ये सिर्फ कटने के लिए ही विकसित हुए है