| 31. | घाटशिला प्रखंड के अलावा, मुसाबनी, पोटका एवं पटमदा में काफी संख्या में कुंभकार समाज के लोग हैं।
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| 32. | इसी प्रकार स्वरयंत्र की अन्य प्रमुख उपास्थियों में कुंभकार (arytenoid) उपास्थि, कीलक (cuneiform) उपास्थि तथा शृंगी (Corniculate)
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| 33. | उदाहरणार्थ घड़े की उत्पत्ति में मृत्पिण्ड उपादान और दण्ड चक्र, चीवर, कुंभकार प्रभृति निमित्त हैं।
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| 34. | उनमें से एक बोरेन कुंभकार कहता है-दीदी के साथ काम करने का अपना मजा है।
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| 35. | कुंभकार की चाक-क्रिया उस समय के वर्तमानपदार्थः मिट्टीः में प्रवृत्त होती है और वह पदार्थ घट-संज्ञा-लाभ करता है.
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| 36. | अल्पवर्षा के योग: रोहिणी का निवास पर्वत पर होगा एवं समय का वास कुंभकार के घर होगा।
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| 37. | मिट्टी के बर्तन बनाने का काम करने वाले कालांतर में कुंभकार और बाद मे अपभ्रंश होकर कुम्हार कहलाए।
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| 38. | मिट्टी का घट धूप में सूखने के बाद कुंभकार की आवां की आंच में तपकर सिद्ध होता है।
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| 39. | कुंभकार का पेशा खत्म हो गया क्योंकि आपने खपरैल व मिट्टी के बर्तन इस्तेमाल करने बंद कर दिए.
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| 40. | शुरूआत में कवियों व अतिथियों का पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी व ईओ राजाराम कुंभकार तथा पार्षदों ने स्वागत किया।
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