महोदय, चौकी ईंचार्ज रमाकांत यादव द्दारा बेगुनाहो की रक्षा के बजाय दोषीयो के साथ मिलकर गैर कानुनी कृत्य करना उनके वैधिक जिम्मेदारी एवम डी. के. बसु के समबन्ध मे माननीय सर्वोच्च न्यायालय के दिये निर्देशो के खिलाफ है ।
32.
महामहोपाध्याय डॉ पांडुरंग वामन काणे धर्मशास्त्र का इतिहास में आथर्वण ज्योतिष (आथर्वण यानी अथर्ववेद के ज्ञाता ज्योतिषी) के हवाले से लिखते हैं कि अगर व्यक्ति सफलता चाहता है तो उसे तिथि, नक्षत्र, करण एवं मुहूर्त पर विचार करके कर्म या कृत्य करना चाहिए।
33.
पुलिस ने आरोपी कंडक्टर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा ३ ५ ४ (जोर जबरदस्ती करना, और धारा ५ ० ९, (अपमानित करने वाले शब्द इस्तेमाल करना या कृत्य करना) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
34.
इस प्रकार वर्षा ऋतु के प्रौष्ठपद (भाद्रपद) की पूर्णिमा के पश्चात् कृष्ण पक्ष में मघा के दिन यह कृत्य करना चाहिए और ऐसा करते हुए विषम संख्या पर ध्यान देना चाहिए (अर्थात् विषम संख्या में ब्राह्मण एवं तिथियाँ होनी चाहिए) ।
35.
श्री सिंह ने कहा कि बार एसोसिएशन व वकीलों को जहाँ लोकतन्त्र, संविधान एवं उसके दिशा-निर्देशों को आगे बढ़ाने का कर्तव्य निभाना चाहिये था, वहीं कुछ वकीलों की जमात ने बार एसोसिएशन के निर्णयों पर कब्ज़ा कर आपराधिक कृत्य करना शुरू कर दिया है।
36.
गुण, कर्म, स्वभाव की गहराई तक घुसे, जन्म जन्मान्तरों के कुसंस्कारों से भी, निरंतर वह महाभारत लड़ने का कृत्य करना पड़ता है, जिसमें गीताकार ने अर्जुन को प्रशंसा एवं भर्त्सना की नीति अपनाते हुए प्रवृत्त होने के लिए उद्धत किया है।
37.
महामहोपाध्याय डॉ पांडुरंग वामन काणे धर्मशास्त्र का इतिहास में आथर्वण ज्योतिष (आथर्वण यानी अथर्ववेद के ज्ञाता ज्योतिषी) के हवाले से लिखते हैं कि अगर व्यक्ति सफलता चाहता है तो उसे तिथि, नक्षत्र, करण एवं मुहूर्त पर विचार करके कर्म या कृत्य करना चाहिए।
38.
अतः वृत्ति बदलने के लिए पहले वाला तरीका अर्थात् नियमित रूप से सत्संग में रहना अर्थात् आध्यात्मिक लोगों से मित्रता बढ़ाना, उनकी संगति में अधिकाधिक रहना, आध्यात्मिक ग्रंथों को पढ़ना आदि ये सब कृत्य करना सर्वप्रथम आवश्यक है और वृत्ति इसके लिए छूट भी दे रही है।
39.
रामजी का जन्मदिन भक्तों के घरों में गुपचुम मनाया जाता है, पहले तो किसी भी समय नगर में खुले आम कोई धार्मिक कृत्य करना एकदम मना था, पर शेरशाह के पुत्र के समय जब हेमचंद्र बक्काल उनके प्रमुख सहायक थे तब से अयोध्यावासियों को छूट मिल गई थी।
40.
बिन्दू संख्या 3 के तहत यह भी साबित नही हुआ हैं कि ग्राम सेवक ने लाभार्थी के आवेदन पर गलत प्रमाणीकरण किया था तथा बिन्दू संख्या 4 के शुरू में यह देख चुके हैं कि रामसिंह द्वारा जो नोट सीट पेश की गई हैं उससे कोई अपराधिक कृत्य करना जाहिर नही होता है।