इसके अलावा कुछ ऐसे प्रकार्य (फंक्शन) भी हैं, जिनकी बार-बार आवश्यकता पड़ती है, जैसे, फाइलों में लिखना, उन्हें पढ़ना, उनमें कुछ जोड़ना, उन्हें खोलना, बंद करना या डिलीट करना, नई फाइल बनाना आदि, अथवा गणित से जुड़े कुछ प्रकार्य, जैसे, किसी संख्या का वर्गमूल निकालना, किसी कोण का साइन, कोसाइन आदि का पता लगाना, इत्यादि।
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यह समीकरण समकोण त्रिकोण के तीनों पार्श्वों के बीच एक सरल रिश्ता प्रदान करता है ताकि यदि कोई भी दोनों पार्श्वों की लंबाई का पता हो, तो तीसरे पार्श्व की लंबाई का पता किया जा सकता है.इस प्रमेय का सामान्यकरण कोसाइन का नियम है, जो किसी भी त्रिकोण के तीसरे पार्श्व की लंबाई के हिसाब करने की अनुमति देता है, यदि दो पार्श्वों की लंबाई और उनके बीच के कोण का आकार दिया जाए.यदि दोनों पार्श्वों के बीच का कोण समकोण है तो वह पायथागॉरियन प्रमेय का उपयोग कर सकता है.
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यह समीकरण समकोण त्रिकोण के तीनों पार्श्वों के बीच एक सरल रिश्ता प्रदान करता है ताकि यदि कोई भी दोनों पार्श्वों की लंबाई का पता हो, तो तीसरे पार्श्व की लंबाई का पता किया जा सकता है.इस प्रमेय का सामान्यकरण कोसाइन का नियम है, जो किसी भी त्रिकोण के तीसरे पार्श्व की लंबाई के हिसाब करने की अनुमति देता है, यदि दो पार्श्वों की लंबाई और उनके बीच के कोण का आकार दिया जाए.यदि दोनों पार्श्वों के बीच का कोण समकोण है तो वह पायथागॉरियन प्रमेय का उपयोग कर सकता है.