| 31. | कौतुक से देखती और उनका विश्लेषण करती रहती।
|
| 32. | भैंस पदुमनी नाचन लागी, यह कौतुक होय बीता।।
|
| 33. | उसका कौतुक इस फल के प्रति बहुत था।
|
| 34. | गुनी जन संगत पाई के कौतुक प्रबुध्ध होइहें
|
| 35. | फिर एकाएक ठाकुर को बड़ा कौतुक सूझा।
|
| 36. | उसकी बच्चों जैसी विस्मित आँखों में जोशीला कौतुक था।
|
| 37. | हर क्षण एक कौतुक, हर क्षण एक अनिश्चय।
|
| 38. | कौतुक कूदि चढ़ेउ ता ऊपर॥बार-बार रघुबीर सँभारी।
|
| 39. | चेहरे पर कौतुक हास्य के भाव से आ गये।
|
| 40. | कौतुक से दोनों को एकतारा बाँधते हुये देखता हूँ।
|