| 31. | हे मानवश्रेष्ठों, पिछली बार हमने जीवन के क्रमविकास और तंत्रिकातंत्र की उत्पत्ति से संबंधित अवधारणाओं पर नज़र ड़ाली थी।
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| 32. | क्रमविकास का सिद्धांत कहता है कि आवश्यकता के अनुसार जीनों ने परिवर्तन किया और पीढ़ियां नए रूप में विकसित हुईं।
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| 33. | वास्तव में यह स्पष्ट करना आवश्यक है के ब्रह्मांड़ के संपूर्ण ऐतिहासिक क्रमविकास के पैमाने पर प्राथमिक और निर्धारक है:
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| 34. | मानव प्रकृति की सहजवृत्तियों के खिलाफ़ अपने सोद्देश्य क्रियाकलापों के जरिए हुए क्रमविकास के कारण ही अस्तित्व में आ पाया है।
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| 35. | एक और तर्क है जो क्रम विकास को चुनौती देता है, वह उसका अपना ही तर्क है, जिससे क्रमविकास खंडित होता है।
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| 36. | शोधकर्ताओं के अनुसार इस अध्ययन ये यह पता चलता है कि पुरूषों में जोखिम उठाने का आधार क्रमविकास से भी जुडा है।
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| 37. | शोधकर्ताओं के अनुसार इस अध्ययन ये यह पता चलता है कि पुरूषों में जोखिम उठाने का आधार क्रमविकास से भी जुडा है।
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| 38. | उद्योग क्रमविकास के एक नये चरण में है क्योंकि इसे सामने आ रही नई तकनीक की चुनौतियों का सामना करना पड रहा है।
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| 39. | जब हम मानव द्वारा संग्रहित ज्ञान और डार्विन के विकासवाद के सापेक्ष मानव के एतिहासिक क्रमविकास को देखते हैं कई बातें उभरती है.
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| 40. | जानवरों के व्यवहार के अनेक रूप, क्रमविकास के लाखों वर्षों के दौरान विकसित होते हैं और आनुवंशिकता द्वारा पीढ़ी-दर-पीढ़ी संचारित होते हैं।
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