संप्रति लिवाक्विन के लिए 2008 पैकेज निविष्टि में एक परहेज़ मिलता है, यथा लिवोफ़्लॉक्सासिन या अन्य क्विनोलोन दवाओं के प्रति ज्ञात अतिसंवेदनशील मरीज़ों के लिए लिवाक्विन का परिहार करना चाहिए.[5]
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नैलीडिक्सिक एसिड की प्रतिकूल प्रतिक्रिया स्वरूप पेशीकंकालीय विकार होने के तौर पर, 1972 में पहली बार क्विनोलोन एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग को ज़िम्मेदार ठहराते हुए, चिकित्सा साहित्य में सूचित किया गया.
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नैलीडिक्सिक एसिड की प्रतिकूल प्रतिक्रिया स्वरूप पेशीकंकालीय विकार होने के तौर पर, 1972 में पहली बार क्विनोलोन एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग को ज़िम्मेदार ठहराते हुए, चिकित्सा साहित्य में सूचित किया गया.
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हालांकि, कुछ क्विनोलोन की सर्वांगीण ख़ुराक से कतिपय क्विनोलोन द्वारा कैफ़ीन के चयापचय के साथ हस्तक्षेप, थियोफ़िलाइन की प्लाज़्मा सांद्रता में वृद्धि, और वारफ़रिन तथा उसके संजातों के प्रभाव को बढ़ाना देखा गया है.
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हालांकि, कुछ क्विनोलोन की सर्वांगीण ख़ुराक से कतिपय क्विनोलोन द्वारा कैफ़ीन के चयापचय के साथ हस्तक्षेप, थियोफ़िलाइन की प्लाज़्मा सांद्रता में वृद्धि, और वारफ़रिन तथा उसके संजातों के प्रभाव को बढ़ाना देखा गया है.
36.
अंतर्विरोधीवाहिका संकट की ही तरह इसकी भी देख-रेख की जाती है, केवल एंटीबायोटिक (आमतौर पर एक क्विनोलोन या मेक्रोलाइड, क्योंकि वॉल-डिफिशियेंट 1 जीवाणु को माना जाता है कि ये सिंड्रोम में योगदान देते हैं)
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हालांकि, कुछ क्विनोलोन की सर्वांगीण ख़ुराक से कतिपय क्विनोलोन द्वारा कैफ़ीन के चयापचय के साथ हस्तक्षेप, थियोफ़िलाइन की प्लाज़्मा सांद्रता में वृद्धि, और वारफ़रिन तथा उसके संजातों के प्रभाव को बढ़ाना देखा गया है.
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हालांकि, कुछ क्विनोलोन की सर्वांगीण ख़ुराक से कतिपय क्विनोलोन द्वारा कैफ़ीन के चयापचय के साथ हस्तक्षेप, थियोफ़िलाइन की प्लाज़्मा सांद्रता में वृद्धि, और वारफ़रिन तथा उसके संजातों के प्रभाव को बढ़ाना देखा गया है.
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अंतर्विरोधीवाहिका संकट की ही तरह इसकी भी देख-रेख की जाती है, केवल एंटीबायोटिक (आमतौर पर एक क्विनोलोन या मेक्रोलाइड, क्योंकि वॉल-डिफिशियेंट [“अविशिष्ट”] जीवाणु को माना जाता है कि ये सिंड्रोम में योगदान देते हैं)
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दूसरी दवाओं के साथ अंतरक्रियाशीलता से दूसरे पार्श्व कुप्रभावों भी दिख सकते हैं, जैसे प्रणालीगत कोर्टीकोस्टेरायड के साथ एक क्विनोलोन एंटीबायोटिक लेने से कण्डरा (मांशपेशी को हडडी से जोड़ने वाली नस) की क्षति का जोखिम बढ़ जाता है.