यह भी जरूरी है कि इस आमूल पुनर्रचना के बाद वह अपने वजूद की क्षणिकता को जेहन में उतार ले, एक समूची मनुष्य होने की स्वाभाविक स्मृति से उबर जाये।
32.
यह भी जरूरी है कि इस आमूल पुनर्रचना के बाद वह अपने वजूद की क्षणिकता को जेहन में उतार ले, एक समूची मनुष्य होने की स्वाभाविक स्मृति से उबर जाए।
33.
उसके पीछे सोच ये है कि इन्टरनेट का माध्यम लिखने वाले को एक क़िस्म की क्षणिकता, अधीरता, बेतरतीबी, फ़ौरीपन, परिवर्तनशीलता और पाठक को अरझाये रखने की बेचैनी से प्रेरित रहता है।
34.
और साथ ही, पुस्तक को खरीद कर पढ़ना सभी के लिए उतना सुगम नहीं है, जितना नेट ने तात् क्षणिकता व सुगमता से पाठकीयता को प्रसरित किया है ।
35.
सुजाता बालुका की शीतल वेदी पर बैठी हुई अपलक आँखों से उस क्षणिकता का अनुभव कर रही थी ; किन्तु नीलाम्बुधि का महान् संसार किसी वास्तविकता की ओर संकेत कर रहा था।
36.
अज्ञेय ने कहा है-‘‘ क्षण का आग्रह क्षणिकता का आग्रह नहीं है, वह अनुभूति की प्रामाणिकता का आग्रह है और अनुभूति को अनुभावक से अलग नहीं किया जा सकता.
37.
प्रेम को केवल दैहिक आकर्षण या देहाधृत मान कर चलेंगे तो क्षणिकता का आरोप उस पर लगाना पड़ेगा क्योंकि देह तो पल पल बदलती है और इसीलिए उस से जुड़ा आकर्षण विकर्षण भी।
38.
प्रेम को केवल दैहिक आकर्षण या देहाधृत मान कर चलेंगे तो क्षणिकता का आरोप उस पर लगाना पड़ेगा क्योंकि देह तो पल पल बदलती है और इसीलिए उस से जुड़ा आकर्षण विकर्षण भी।
39.
सब जग बैठा जीति करि काहू लिपति न होइ॥ ११ उपरोक्त पंक्तियों में दादू ने देह की क्षणिकता और सारहीन सम्पत्ति की नश्वरता और प्राप्ति के मूल्यहीन पथ की अमानवीयता का दर्शन कराया है।
40.
हे सर्वशक्तिमान पिता, हम पर यह अनुग्रह कर कि हम जीवन की क्षणिकता को समझते हुए अपना जीवन हर क्षण में ऐसा जिंए कि उससे आपकी गवाही और अनुग्रह पूर्ण आशीष परिलक्षित हो।