जब उपर्युक्त खगोलीय स्थिति को कंप्यूटर में डाला गया तो ‘प्लैनेटेरियम गोल्ड साफ्टवेयर ' के माध्यम से यह निर्धारित किया गया कि 10 जनवरी, 5114 ई.पू. दोपहर के समय अयोध्या के लेटीच्यूड तथा लांगीच्यूड से ग्रहों, नक्षत्रों तथा राशियों की स्थिति बिल्कुल वही थी, जो महर्षि वाल्मीकि ने वर्णित की है।
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जब उपर्युक्त खगोलीय स्थिति को कंप्यूटर में डाला गया तो ' प्लैनेटेरियम गोल्ड साफ्टवेयर' के माध्यम से यह निर्धारित किया गया कि 10 जनवरी, 5114 ई.पू. दोपहर के समय अयोध्या के लेटीच्यूड तथा लांगीच्यूड से ग्रहों, नक्षत्रों तथा राशियों की स्थिति बिल्कुल वही थी, जो महर्षि वाल्मीकि ने वर्णित की है।
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जब उपर्युक्त खगोलीय स्थिति को कंप्यूटर में डाला गया तो ' प्लैनेटेरियम गोल्ड साफ्टवेयर' के माध्यम से यह निर्धारित किया गया कि 10 जनवरी, 5114 ई.पू. दोपहर के समय अयोध्या के लेटीच्यूड तथा लांगीच्यूड से ग्रहों, नक्षत्रों तथा राशियों की स्थिति बिल्कुल वही थी, जो महर्षि वाल्मीकि ने वर्णित की है।
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ये तो रही खगोलीय स्थिति ईस नवतपा के सम्बन्ध मे हमारे साहित्य के एक प्रसिद्ध कवि सेनापति ने जो लिखा है वो आज मन बार बार गुनगुना रहा है आप लोगो को अर्ज करता हू (कही गलती होगी तो सुधार लिजियेगा 1982 मे याद किया था भूल हो सकती है)
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“ इसी वर्ष इसी महीने की 22, 23 और 24 तारीख को आसमान में ग्रहों की एक खास खगोलीय स्थिति बनेगी, जिस नजारे को देखा तो नहीं जा सकता, पर व् यक्तिगत, सामाजिक और राष् ट्रीय तौर पर इसका ज् योतिषीय प्रभाव अवश् य महसूस किया जा सकता है।
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जब उपर्युक्त खगोलीय स्थिति को कंप्यूटर में डाला गया तो ‘ प्लैनेटेरियम गोल्ड साफ्टवेयर ' के माध्यम से यह निर्धारित किया गया कि 10 जनवरी, 5114 ई.प ू. दोपहर के समय अयोध्या के लेटीच्यूड तथा लांगीच्यूड से ग्रहों, नक्षत्रों तथा राशियों की स्थिति बिल्कुल वही थी, जो महर्षि वाल्मीकि ने वर्णित की है।
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श्रीराम जन्म के ग्रह योग का नक्शा1-सूर्य मेष राशि में 2-शनि तुला में 3-बृहस्पति कर्क में 4-शुक्र मीन में 5-मंगल मकर में6-चैत्र माह, शुक्ल पक्ष 7-चंद्रमा पुनर्वसु के निकट8-कर्क राशि 9-नवमीं को दोपहर 10-समय करीब 12बजे जब उपर्युक्त खगोलीय स्थिति को कंप्यूटर मे एंटर किया गया तो प्लैनेटेरियम सॉफ़्टवेयर के माध्यम से यह पता चला कि प्रभु राम की डेट ऑफ़ बर्थ(जन्मतिथि) 10जनवरी 5114 ई पू है।