| 31. | तेरी हर बात में ज़िन्दगी की... खुशबु थी....
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| 32. | फूल-अपनी खुशबु अपने लिए नहीं बिखेरते।
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| 33. | उन बातों की खुशबु में मचलते चले गए।
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| 34. | फूल कही हो खुशबु उसके साथ रहे,
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| 35. | तेरी सांसो की खुशबु फिर मैंने जानी है,
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| 36. | हमने देखी है इन आंखों की महकती खुशबु
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| 37. | बाजरे की रोटी की सोंधी सोंधी खुशबु आई
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| 38. | प्यार फुलों से पूछो जो अपनी खुशबु को
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| 39. | जैसे साँसों से उसकी खुशबु आती हो,
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| 40. | सारे अंदाज़ चुरा लाई है खुशबु तेरे..
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