उपन्यासकार भीष्म साहनी का उपन्यास ‘‘ तमस ‘‘ मे एक जगह पर किसी की हत्या का वर्णन मे कहा गया है, कि वह हत्यारा मोटे आकार का एक गलफुला ब्यक्ति को छुरा घोप कर हत्या करने के लिये उसका पीछा करता है वहॉ पर लेखक ने इंसान के एक मनोविज्ञान का परिचय कराया गया था, कि जिस इंसान को सजा दिया जाय उसका बार बार चेहरा नही देखना चाहिए।