| 31. | (१०) गीध जटायु ने हम सबको परहित करना सिखलाये ।
|
| 32. | राघौ गीध गोद करि लीन्हौ-तुलसीदास
|
| 33. | ईश्वर ने उन्हे आश्वस्त किया और गीध के पास गया.
|
| 34. | बच्चों के लिए: दो गीध
|
| 35. | गीध आदि दानव अथवा असुर संस्कृति से मेलजोल रखते थे।
|
| 36. | उनमें गीध के पंखे लगे थे।
|
| 37. | द्रौपदी औ गनिका गज गीध अजामिल सों कियौ सो न
|
| 38. | सिया सुधि कहकर गीध जटायु प्रभु के धाम सिधाए ।
|
| 39. | बांचते हैं गीध अब पावन ऋचायें
|
| 40. | सो गति देत गीध सबरी कहँ,
|