1954 मे नेहरू ने सभी मुख्यमंत्रीयों को गुप्त पत्र लिखकर निर्देश दिया कि आरक्षण पर अमल नही किया जाए क्योकि इससे दोयम दर्जे का राष्ट्र का निर्माण होगा, इस षडयन्त्र का भांडाफोड़ 1977 मे जनता पार्टी की सरकार के गृहमंत्री चौधरी चरणसिंह ने किया क्योकि वे नेहरू के विरोधी थे तथा इस पत्र को फाइल से निकालकर मीडिया को प्रकाशित करने के लिए दे दिया.