यदि मैंने सदैव परकट और गुप्त रूप में अपने पति की पूजा न की हो, यदि मैंने अपने पति के साथ अपने कर्तव्य को पूर्ण न किया हो, यदि मैं पवित्र और निष्कलंक न हूं, तो तुम इसी समय मुझे इस संसार से उठा लो।
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तब भगवन ने उन्हें आशीष दिया-“ जाओ तुम लोग कलयुग में राज करोगे ” (शायद इसीलिए शुरुआत मध्य प्रदेश से हुई है?!) महाभारत काल में पांडव अज्ञात वास में जब विरत नरेश के यहाँ गुप्त रूप में रह रहे थे तो अर्जुन ब्रहंल्ला नमक किन्नर बने थे, जो स्वर्ग की अप्सरा उर्वशी का श्राप था! आगे महाभारत के युद्ध में भीष्म पितामह की मृत्यु का कारन बना शिखंडी भी किन्नर था ।
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तब भगवन ने उन्हें आशीष दिया-“ जाओ तुम लोग कलयुग में राज करोगे ” (शायद इसीलिए शुरुआत मध्य प्रदेश से हुई है?!) महाभारत काल में पांडव अज्ञात वास में जब विरत नरेश के यहाँ गुप्त रूप में रह रहे थे तो अर्जुन ब्रहंल्ला नमक किन्नर बने थे, जो स्वर्ग की अप्सरा उर्वशी का श्राप था! आगे महाभारत के युद्ध में भीष्म पितामह की मृत्यु का कारन बना शिखंडी भी किन्नर था ।