| 31. | गेरू लाल छटा छबि बदन कमल सोहे, मैया बदन कमल सोहे
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| 32. | दिवारों पर खड़िया तथा गेरू से पतीक चिह्न उकेरे जाते हैं।
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| 33. | गेरू, चांवल, रामरज आदि का रंगों के लिए प्रयोग किया है।
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| 34. | इसके लिए घर, ऑंगन या सीढ़ियों को गेरू से लीपा जाता है।
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| 35. | है, और वह शृंग भी गेरू के रंग में रंगा हुआ है।
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| 36. | गोबर न मिलने पर गेरू का प्रयोग भी किया जा सकता है।
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| 37. | कहीं गेरू से लिखा गया है-‘ फलाने जी को वोट दो।
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| 38. | इस प्रकार के नारे घरों की दीवारों पर गेरू से लिखे गए।
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| 39. | दुबारे के रास्ते में उसकी मुट्ठी में गेरू के लायक पैसे थे।
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| 40. | गोबर न मिलने पर गेरू का प्रयोग भी किया जा सकता है.
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