सृष्टि एवं विभिन्न लोकों की उत्पत्ति व स्थिति का वर्णन, गृहस्थ आश्रम की महिमा, माता, पिता व गुरू की महत्ता, विभिन्न वृक्षों को लगाने से प्राप्त होने वाले फल, वृक्षारोपण का उचित समय व इसका महत्व, हानिकारक वृक्ष, यज्ञ-हवन की विधियाँ, विभिन्न पक्षियों के दर्शन से प्राप्त होने वाले लाभ ; चन्द्रमास, सौरमास, नक्षत्रमास, एवं श्रावण मास का माहात्म्य ; ‘