चावडी: बाबा अपने जीवन काल में, हर दूसरे रात के समय, द्वारकामई से चावडी तक एक जलसेनुमा जुलूस में भक्तों संग जाते, और चावडी में ही विश्राम कर, रात्रि को निद्रा करते।
32.
चावडी: बाबा अपने जीवन काल में, हर दूसरे रात के समय, द्वारकामई से चावडी तक एक जलसेनुमा जुलूस में भक्तों संग जाते, और चावडी में ही विश्राम कर, रात्रि को निद्रा करते।
33.
चावडी: बाबा अपने जीवन काल में, हर दूसरे रात के समय, द्वारकामई से चावडी तक एक जलसेनुमा जुलूस में भक्तों संग जाते, और चावडी में ही विश्राम कर, रात्रि को निद्रा करते।
34.
जिला चुनाव कार्यालय, मध्य दिल्ली के तत्वाधान में गुरुवार को मटिया महल विधान सभा क्षेत्र के चावडी बाज़ार, सीता राम बाज़ार, तुर्कमान गेट में मानव श्रंखला का आयोजन किया गया।
35.
चावडी: बाबा अपने जीवन काल में, हर दूसरे रात के समय, द्वारकामई से चावडी तक एक जलसेनुमा जुलूस में भक्तों संग जाते, और चावडी में ही विश्राम कर, रात्रि को निद्रा करते।
36.
चावडी: बाबा अपने जीवन काल में, हर दूसरे रात के समय, द्वारकामई से चावडी तक एक जलसेनुमा जुलूस में भक्तों संग जाते, और चावडी में ही विश्राम कर, रात्रि को निद्रा करते।
37.
चावडी: बाबा अपने जीवन काल में, हर दूसरे रात के समय, द्वारकामई से चावडी तक एक जलसेनुमा जुलूस में भक्तों संग जाते, और चावडी में ही विश्राम कर, रात्रि को निद्रा करते।
38.
चावडी के दो विभाग हैं-एक भाग में शिरडी साईं द्वारा उपयोग में लायी गई कुर्सी है एवं चावडी के दूसरे भाग में बाबा की बड़ी तस्वीर, लकड़ी के पलंग के साथ रखा हुआ है।
39.
चावडी के दो विभाग हैं-एक भाग में शिरडी साईं द्वारा उपयोग में लायी गई कुर्सी है एवं चावडी के दूसरे भाग में बाबा की बड़ी तस्वीर, लकड़ी के पलंग के साथ रखा हुआ है।
40.
चावडी के दो विभाग हैं-एक भाग में शिरडी साईं द्वारा उपयोग में लायी गई कुर्सी है एवं चावडी के दूसरे भाग में बाबा की बड़ी तस्वीर, लकड़ी के पलंग के साथ रखा हुआ है।