चित्र परिचय ऊपर बाएं-विदुषी डा. एन. राजम्नीचे दायें-डा. एन. राजम्अपनी सुपुत्री संगीता शंकर के साथ पिछ्ली पहेली का परिणाम: सुर संगम के 43वें अंक में पूछे गए प्रश्न का सही उत्तर है-वायलिन और राग दरबारी।
32.
चित्र परिचय ऊपर बाएं-विदुषी डा. एन. राजम् नीचे दायें-डा. एन. राजम्अपनी सुपुत्री संगीता शंकर के साथ पिछ्ली पहेली का परिणाम: सुर संगम के 43वें अंक में पूछे गए प्रश्न का सही उत्तर है-वायलिन और राग दरबारी।
33.
यह तो काफी पहले यानी १९८७ की बात है, स्कूली शिक्षा के दौरान मेधावी छात्र माना जाता रहा था शायद इसलिये बात का महत्व तब समझ नहीं आया, प्रदेश के मुख्यमंत्री का बधाई संदेश, अखबारों में चित्र परिचय से माता पिता ज्यादा गौरवान्वित होते रहे।
34.
यह तो काफी पहले यानी १९८७ की बात है, स्कूली शिक्षा के दौरान मेधावी छात्र माना जाता रहा था शायद इसलिये बात का महत्व तब समझ नहीं आया, प्रदेश के मुख्यमंत्री का बधाई संदेश, अखबारों में चित्र परिचय से माता पिता ज्यादा गौरवान्वित होते रहे।
35.
आज अनुमति दीजिए, फिर मुलाकात होगी अगर ख़ुदा लाया तो, नमस्कार! चित्र परिचय-भुपेन हजारिका को अंतिम विदाई देने को उमड़ा जनसमूह सुनो कहानी-ढपोलशंख मास्टर हो गए-हरिशंकर परसाई 'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ।